
ट्रंप ने घरेलू खनिज खनन को मंजूरी दी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह फैसला किया है कि अब आयात पर निर्भरता खत्म करने का समय आ गया है। इसी उद्देश्य से उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे आवश्यक खनिजों के खनन में तेजी लाई जा सके। प्राथमिकता वाले संसाधनों की सूची में यूरेनियम, तांबा, पोटाश, सोना और संभावित रूप से कोयला शामिल हैं।
अब संघीय एजेंसियों को तेजी से संभावित खनन परियोजनाओं की पहचान करनी होगी और उनकी मंजूरी की प्रक्रिया को तेज करना होगा। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी आंतरिक मामलों के सचिव डग बर्गम करेंगे। वह यह भी तय करेंगे कि महत्वपूर्ण खनिजों की सूची का विस्तार किया जाए या कोयले को अभी रोक कर रखा जाए।
ट्रंप ने खनिज खनन को राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकताओं में भी शामिल कर दिया है और इस कदम को मजबूत करने के लिए उन्होंने रक्षा उत्पादन अधिनियम (Defense Production Act) का सहारा लिया है।
ऐसे कदम उठाने का कारण स्पष्ट है। पिछले साल ही अमेरिका ने अपने इस्तेमाल किए गए तांबे का लगभग आधा हिस्सा और 90% से अधिक पोटाश आयात किया था। यूरेनियम की स्थिति और भी गंभीर है—अमेरिकी परमाणु ऊर्जा संयंत्र 99% तक विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भर हैं। प्रशासन ने अब यह तय कर लिया है कि जो संसाधन उनके पास हैं, उनका खुद खनन किया जाएगा।
अब केवल एक सवाल बचता है—क्या घरेलू भंडार ट्रंप की इस योजना को हकीकत में बदलने के लिए पर्याप्त होंगे?